काशीपुर । शहर के बहुचर्चित मामले कमेटी के नाम पर करोड़ों की रकम हड़पने की एस आई टी की जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। कमेटी संचालक सचिन शर्मा पर लोगों के 6 करोड़ 82 लाख 3 हजार 420 रुपये हड़पने के दो मुकदमे दर्ज किये हैं।
इस मामले की तहरीर कोतवाली पुलिस को गौरव मेहरोत्रा एडवोकेट पुत्र दीपनारायण मेहरोत्रा, निवासी मौ. लाहोरियान, काशीपुर, जिला उधम सिंह नगर तथा अमन सक्सैना पुत्र स्व. राधेश्याम सक्सैना, निवासी रुद्रपुर, हाल निवासी मौ. सुभाषनगर, आवास विकास, काशीपुर निवासी ने पुलिस को दी थी।
तहरीर में कहा गया है कि सचिन शर्मा पुत्र तेज प्रकाश शर्मा, निवासी शुगर फैक्ट्री, राजेन्द्रनगर कॉलोनी, खड़कपुर देवीपुरा रोड, काशीपुर ने उन्हें बताया कि उसकी खुद की बैंकिंग कम्पनी है और अपना बैंक है जो कि भारतीय रिजर्व बैंक से मान्यता प्राप्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उसके बैंक की कई बार तारीफ की है। उसने बताया कि केन्द्र सरकार से उसे विशेष छूट प्राप्त है। तथा कमेटी नाम का व्यवसाय बैंकिंग के माध्यम से होता है, जिसे राज्य सरकार व केन्द्र सरकार दोनों से ही मान्यता प्राप्त है।
सचिन शर्मा ने उन्हें बताया कि वह जमा रकम को तीन वर्ष में दोगुनी कर देता है। यदि किसी महीने में ब्याज नहीं लोगे तो ब्याज मूल धन में जुड़कर रकम बढ़ जायेगी, यानि चक्रवर्ती ब्याज भी मिलेगा।
सचिन की लोक लुभावन बातों पर विश्वास करते हुये उसके कथित बैंक मे अनेक लोगों ने पैसे जमा करने शुरू कर दिये।
जिन लोगों ने पैसे जमा किए उनका विवरण इस तरह है। गौरव मेहरोत्रा ने 4,50,000/-, प्रभजोत सिंह कालड़ा एडवोकेट ने 15,50,000/-, अर्पित शर्मा एडवोकेट से 15,00,000/-, राजीव शर्मा से 10,00,000/-, अंकुर मेहरोत्रा से 3,50,000/-, सुशील अरोरा एडवोकेट से 25,00,000, अमित चतुर्वेदी से 19,50,000/-, अजय अरोरा से 19,50,000/-, सूरज कुमार एडवोकेट से 4,50,000/-, अनमोल अरोरा से 6,00,000/-, मोहित तुली से 2,50,000/-, रवि छाबड़ा से 5,00,000/-, सौरभ अरोरा से 15,00,000/-, संजीव अरोरा से 15,00,000/-, उमेश गुप्ता से 21,00,000/-, राजीव अरोरा से 15,00,000/-, अक्ष गुम्बर से 20,00,000/-, विकास अरोरा से 15,00,000/-, अमन सेठी से 6,50,000/-, गगन चावला से 4,00,000/-, रामप्रकाश चावला से 4,00,000/-, कार्तिक अरोरा से 10,00,000/-, गगन डावर से 10,00,000/-, मनोज बाली से 7,50,000/-, बन्टी सन्त से 10,00,000/-, हर्षित वर्मा से 7,50,000/-, गुलशन कुमार अरोरा से 15,00,000/-, भूषण अरोरा से 3,00,000/-, मोनिका अरोरा से 4,50,000/-, सागर अरोरा से 4,50,000/-, रोहित अरोरा से 4,50,000/- कुल तीन करोड़ बाईस लाख पचास हजार रुपये बैंक में जमा कराये।
इसके अतिरिक्त अमन सक्सैना से 1,29,740/-, हिमांशु नारंग से 4,50,000/-, हर्ष खुराना से 10,00,000/-, आशु वर्मा से 4,50,000/-, बल्देव राज वर्मा से 7,50,000/-, रमा रानी से 4,50,000/-, मौ. आसिफ से 40,00,000/-, राहुल ठाकुर से 6,00,000/-, रिंकू अरोरा से 35,00,000/-, दानिश मलिक से 6,00,000/-, नीतिश अरोरा से 15,00,000/-, सतीश कुमार अरोरा से 10,00,000/-, हर्ष बजाज से 10,00,000/-, रीनू टण्डन से 3,00,000/-, शुभम कुमार से 3,00,000/-, मनोज बाली से 4,50,000/-, अर्पित यादव से 5,00,000/-, रवि गुप्ता से 9,00,000/-, ईश्वर चन्द्र गुप्ता से 12,50,000/-, सोनल गुप्ता से 10,00,000/-, उर्मिला गुप्ता से 15,00,000/-, कृष्ण अग्रवाल से 15,00,000/-, मीनाक्षी अग्रवाल से 9,00,000/-, पूजा से 9,50,000/-, मनोज से 12,00,000/-, जावेद से 15,00,000/-, वंश कथुरिया से 12,50,000/-, शुभम तिलकधारी से 6,00,000/-, मुकेश शर्मा से 30,00,000/-, सुमित चतुर्वेदी से 3,50,000/-, अनमोल शर्मा भारद्वाज से 10,22,680/-, पारस शर्मा से 5,00,000/-, शब्बीर अहमद से 7,50,000/-, कपिल कुमार से 3,00,000/-, पारस अग्रवाल से 5,00,000/- कुल तीन करोड़ उनसठ लाख तिरेपन हजार चार सौ बीस रुपये ले लिये।
उन्होंने बताया कि यह सभी रकम हम लोगों ने बहुत मुश्किल से कमाकर तथा योजना से प्रभावित होकर रिश्तेदारों से उधार लेकर भी दी थी और रकम की वसूली उसका एजेण्ट/पार्टनर दर्शन लाल मेहरा, निवासी मौ. काजीबाग, पावर हाउस के पास, काशीपुर जिला उधम सिंह नगर व राजेन्द्र, निवासी जसपुर करते थे। यह सबको झांसा देकर 4 अगस्त को गायब हो गये, ना फोन उठा रहे है, और ना ही कोई जवाब दे रहे हैं। जब वे सचिन शर्मा के प्रतिष्ठान अग्रवाल सभा के पास काशीपुर पहुँचे तो वहाँ ताला लगा था। वहां दर्शन लाल मेहरा मिला और कहने लगा कि अब तुम्हारी सारी रकम मैंने व सचिन शर्मा ने एकराय होकर हड़प ली है। अगर थाने गये, या किसी से शिकायत की तो हम तुम्हारी हत्या करवा देंगे।
पुलिस ने दोनों लोगों की तहरीर के आधार पर सचिन शर्मा, दर्शन लाल मेहरा तथा राजेद्र के खिलाफ बीएनएस की धारा 316 (2), 318(4), 351 (2) के तहत 2 मुकदमे दर्ज किये हैं। मामले की जांच सीओ अनषा बहोला के नेतृत्व में एसआईटी कर रही है।