नयी दिल्ली। दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर झंडा फहराया। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि जब देश की सशस्त्र सेनाएं ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और हवाई हमले करती हैं, तो हर भारतीय गर्व से भर जाता है।
उन्होंने कहा कि पहले लोग बदलाव चाहते थे लेकिन उनकी आकांक्षाओं पर ध्यान नहीं दिया गया; हमने जमीनी स्तर पर बड़े सुधार किए। पीएम मोदी ने कहा कि महिला अपराधों में सजा होना जरूरी है। अपराधियों में डर होना चाहिए. आज हम हमारी महिलाओं का दम देख रहे हैं। वहीं बहनों और बेटियों पर अत्याचार से पूरे देश में आक्रोश है।
पीएम मोदी ने लाल किले से कहा कि जन जीवन मिशन के तहत 12 करोड़ नए परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है। 15 करोड़ परिवार लाभार्थी हैं। बिजली और पानी जैसी व्यय्वस्थाओं से कौन वंचित रह गया है। समाज के अग्रिम पंक्ति के लोग इसके अभाव में नहीं थे।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे दलित, मेरे पीड़ित, मेरे शोषित, मेरे आदिवासी भाई बहन, मेरे गरीब भाई बहन, मेरे झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला भाई बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे। हमारी सरकार ने उनकी प्राथमिक जरूरतों के लिए कोशिश की। भारत के किसान देश को दुनिया का जैविक खाद्यान्न भंडार बना सकते हैं, हम इस दिशा में काम करेंगे।
लाल किले से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हमारा एक ही संकल्प है नेशन फर्स्ट। हमनें बैंकिंग सेक्टर में सुधार के लिए कई बड़े बदलाव किए। हमारी सरकार बड़े रिफॉर्म्स के लिए प्रतिबद्ध है। आज हमने गवर्नेंस के मॉडल को बदला है। सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है.10 साल में नौजवानों का आत्मविश्वास बढ़ा है। ये भारत के लिए गोल्डन एरा है, ये मौका हमें जाने नहीं देना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि आज 10 करोड़ बहनें आत्मनिर्भर बनीं हैं। हमनें स्पेस सेक्टर में बहुत सुधार किए हैं। आज प्राइवेट सेटेलाइट, रॉकेट लॉन्च हो रहे हैं. हम इज ऑफ लिविंग औऱ इज ऑफ डूइंग पर भी काम कर रहे हैं। बीते दस साल में गांव में स्कूल बनाने की बात हो, हाइवे बनाने की हो, अस्पताल बनाने की बात, मेडिकल का काम हो. हमने इन सेक्टर में अभूतपूर्व काम किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय बैंकों की गिनती अब दुनिया के सबसे मजबूत बैंकों में की जाती है। हमारे द्वारा चुना गया सुधार का मार्ग विकास का खाका बन गया है। पहले लोग सुविधाओं के लिए सरकार से गुहार लगाते थे, अब उन्हें सुविधाएं दरवाजे पर मिलती हैं। देश का युवा धीमी गति से नहीं चलना चाहता, यह हमारा स्वर्णिम युग है।
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में जो रिफॉर्म हुआ…आप सोचिए बैंकिंग सेक्टर का पहले क्या हाल था, ना विकास होता था, ना विस्तार होता था, ना विश्वास बढ़ता था। हमने बैंकिंग सेक्टर में अनेक रिफॉर्म किए। आज विश्व के सबसे मजबूत बैंकों में हमारे बैंकों ने अपना स्थान बनाया। जब बैंकिंग मजबूत होती है तो अर्थव्यवस्था की ताकत भी बढ़ती है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आज तो हम 140 करोड़ हैं. अगर 40 करोड़ देशवासी गुलामी की जंजीरों को तोड़ सकते हैं। आजादी के सपने को पूर्ण कर सकते हैं। आजादी लेकर दिखा सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी, 140 करोड़ मेरे परिवारजन अगर संकल्प लेकर चल पड़ते हैं, एक दिशा निर्धारित करके चल पड़ते हैं, कदम से कदम मिलाकर और कंधे से कंधा मिलाकर अगर चल पड़ते हैं तो चुनौतियां कितनी भी क्यों ना हो, अभाव कितना भी तीव्र क्यों ना हो, संसाधनों के लिए जूझने की नौबत क्यों न हो तो भी… हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं। ”
लाल किले से पीएम मोदी ने ये भी कहा, ‘‘हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी अपने पुरुषार्थ, समर्पण, त्याग और बलिदान से आजादी दिला सकते हैं, आजाद भारत बना सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। ” आज यह समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का और अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है। विकसित भारत 2047 सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं, बल्कि इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। देश के कोटि-कोटि जनों के सुझाव लिए जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे सीईओ दुनिया भर में अपनी धाक जमा रहे हैं. एक तरफ भारत के सीईओ भारत का नाम बढ़ा रहे हैं, वहीं 1 करोड़ सामान्य परिवार की महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। दोनों ही गर्व की बात हैं। हमने नए आपराधिक कानूनों में सजा के बजाय न्याय को प्राथमिकता दी। मध्यम वर्ग देश को बहुत कुछ देता है; गुणवत्तापूर्ण जीवन की अपेक्षा करता है। हमारा प्रयास न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप सुनिश्चित करने का होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में सरकार के हर स्तर से जीवन की सुगमता में सुधार की दिशा में मिशन मोड पर काम करने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक विकास में भारत का योगदान बढ़ा है। देश का निर्यात बढ़ा है। शासन में सुधार को बढ़ावा देना होगा, आपूर्ति प्रणाली को मजबूत बनाना होगा ताकि 2047 के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।