काशीपुर। चन्द्रावती तिवारी कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज दिनांक “विश्व शान्ति दिवस” के अवसर पर आन्तरिक शान्ति हर्टफुलनेस इस्टिट्यूट, काशीपुर केन्द्र द्वारा एक विशेष वार्ता का आयोजन किया गया। इस वार्ता में दन्त चिकित्सक डॉ0 आलोक टण्डन, श्री ज्ञानेश्वर सरीन, श्री दिनेश कुमार सक्सेना, श्रीमती बीना मेहरोत्रा आदि प्रशिक्षकों ने छात्राओं के साथ शान्ति और सह-अस्तित्व के महत्व पर गहन विचार विमर्श किया।
डॉ0 आलोक टण्डन ने शान्ति के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला और शान्ति स्थापना के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्राओं को आत्मिक शान्ति के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह न केवल उनके निजी अपितु वैश्विक स्थिरता और समृद्धि की कुंजी है। इस दौरान सभी ने दस मिनट का ध्यान योग किया। वार्ता के अन्त में प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जहाँ विद्यार्थियों और शिक्षकों के प्रश्नोत्तरों ने वार्ता को और अधिक संवादात्मक और सार्थक बना दिया।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या डॉ0 दीपिका गुड़िया आत्रेय ने सभी प्रशिक्षकों का आभार व्यक्त किया, और शान्ति स्थापना के प्रति उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने सभी से शान्ति के सिद्धान्तों को अपने जीवन में आत्मसात करने की अपील की।
इस अवसर पर एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 मन्जु सिंह, डॉ0 वन्दना सिंह, डॉ0 रमा अरोरा, असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ0 अंजलि गोस्वामी, डॉ0 गीता मेहरा, डॉ0 दीपा चनियाल, डॉ0 रंजना, डॉ0 ज्योति गोयल, श्रीमती प्राची धौलाखण्डी, श्रीमती शीतल अरोरा, डॉ0 ज्योति रावत, डॉ0 पुष्पा धामा, डॉ0 मंगला, डॉ0 मीनाक्षी पन्त, श्रीमती कृति टण्डन, डॉ0 किरन, श्री विजेन्द्र कुमार, कु0 भावना काण्डपाल, कु0 सृष्टि सिंह एवं समस्त बी0एड0 विभाग उपस्थित रहा।